खरगोन दंगा भाजपा और प्रशासन द्वारा प्रायोजित : इंदौर में एक दिवसीय दौरे में बोले दिग्विजय सिंह, बोले मेरे शासन में बाबरी मस्जिद के समय भी दंगा नहीं होने दिया
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने एक दिवसीय निजी दौरे पर इंदौर पहुंचे यहां पर मीडिया से चर्चा कर प्रदेश में हुए दंगों पर उन्होंने कहा यह पूरी तरह से प्रयोजित दंगे थे, बीजेपी के साथ कुछ संगठन मिल कर दंगे में भागीदारी कर रहे है .
इंदौर में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने निजी दौरे पर आए हुए हैं और वह हमेशा अपने बयानबाजी के लिए चर्चा में रहते हैं , इसी कड़ी में उनके द्वारा मीडिया से चर्चा कर बताया गया कि 10 वर्षों तक वह मुख्यमंत्री रहे लेकिन 2003 तक एक भी दंगा नहीं हुआ, उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया वरिष्ठ नेता द्वारका प्रसाद मिश्रा द्वारा कहा गया था कि मुख्यमंत्री की इच्छा के बगैर प्रदेश में दंगे हो ही नहीं सकते हैं, जिस तरह से दंगे हुए हैं इसकी जवाबदारी प्रशासन जिला एसपी की होती है, जब बाबरी मस्जिद गिराई गई थी उस समय भी मैंने दंगे नहीं होने दिए, मेरे द्वारा कानून के तहत जो भी धार्मिक दुर्भावना फैलाता है उसे में गिरफ्तार करवाता था चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान सभी को न्यायपालिका के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जाती थी, जिस तरह से दंगे हुए हैं वह पूरी प्रशासनिक प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है क्योंकि उनका खुफिया तंत्र फेल हो गया, भारतीय जनता पार्टी धार्मिक भावना का एक हथियार के रूप में उपयोग पर राजनीति करती है, पूरे मामले में जांच होना चाहिए पत्थर कहां से आए, रूट क्यों चेंज किया गया, इस बात से दुखी हूं कि प्रधानमंत्री मोदी किसी की उंगली से खून निकल आता है तो वह ट्वीट कर देते हैं लेकिन देश में जिस तरह से दंगे हो रहे हैं उनका कोई भी ट्वीट या बयान अभी तक नहीं आया है।
प्रदेश में कुछ लोग साधु का भेष धारण कर भड़काऊ भाषण दे रहे हैं तो वहीं कुछ मुस्लिम संगठनों पर भी सवालिया निशान खड़े करते हुए बीजेपी का साथ देने की बात कही है।
बाईट- दिग्विजय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश
इसी के साथ उन्होंने कहा किसी पूजा स्थल पर उनकी इजाजत के बगैर झंडा फहराना कहां तक उचित है, मैंने मुख्यमंत्री रहते एक नियम बनाया था जुलूस में किसी भी तरह का कोई हथियार का उपयोग नहीं करेगा, 3 इंच से बड़ी ब्लेड के लिए लाइसेंस लगेगा तो क्यों तलवार लहराई गई ?
रघुवंशी समाज द्वारा रामनवमी जुलूस बड़ी शांतिपूर्वक निकाला गया लेकिन उसी के बाद दूसरे जुलूस पर पांच स्थानों पर एक साथ पत्थरबाजी हुई ,यह पूरी तरह से प्रयोजित दंगा है ,इसकी जांच होना चाहिए, मैंने हमेशा जीवन भर सद्भाव एकता भाईचारे की बात की है उसके बावजूद भी मेरे ऊपर मुकदमा दायर किया गया।