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जयपुर

चीफ इंजीनियर पैनल पर सवाल उठना पड़ा एसई को भारी, तबादला – जलदाय विभाग में फिर भारी फेरबदल,12 अधिक्षण अभियंता औऱ 124 सहायक अभियंता बदले हालांकि कोटा एसई रिक्त

जयपुर। शनिवार शाम जलदाय विभाग में फिर भारी फेरबदल किया गया, 12 अधिक्षण अभियंता तथा 120 से अधिक सहायक अभियंताओं का तबादला हुआ।

सूत्रों के अनुसार कुछ अधिकारी तबादला रुकवाने की जद्दोजहद में लग गए वहीं कुछ नए स्थान के काफी खुश हैं।

जलदाय विभाग में ट्यूबवेल टेंडर में एक फर्म की योग्यता पर सवाल उठाना व चीफ इंजीनियर के गलत पैनल का विरोध करना ग्रामीण सर्किल के अधीक्षण अभियंता पर भारी पड़ गया। ग्रामीण सर्किल के अधीक्षण अभियंता मनीष बेनीवाल को हटा कर राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल प्रोग्राम विंग में लगाया है। वहीं ग्रामीण सर्किल की जिम्मेदारी आनंद मीना को दी है। बीसलपुर पेयजल प्रोजेक्ट के पहले फेज का काम के दौरान मीना ने एसपीएमएल कंपनी की ओर से देखे कार्यों की मॉनिटरिंग की थी। आनंद मीना इंजीनियरों की गीयर एसोसिएशन में भी उपाध्यक्ष है। वहीं दो महीने पहले प्रमोशन होने के बावजूद अधीक्षण अभियंता सतीश जैन को एक्सईएन (प्रोजेक्ट) पर ही लगा रखा है। अधीक्षण अभियंताओं के तबादलों के बावजूद जैन को पोस्टिंग नहीं दी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को छुट्टी के दिन के बावजूद दफ्तर खुलवाए गए तथा तबादला सूची जारी करते ही तत्काल रिलीव व ज्वाइनिंग का फरमान जारी कर दिया। ताकि कोई इंजीनियर सिफारिश नहीं करवा सके।

जलदाय विभाग में तबादला सीजन की दूसरी सूची में शनिवार को 12 अधीक्षण अभियंता व 121 सहायक अभियंताओं के तबादले हुए है। शहर में सालों से जमे इंजीनियरों को दूसरे जिलों में भेजने के बजाए सिटी सर्किल में ही पोस्टिंग दे दी। कुछ इंजीनियरों को जिला बदर भी किया है। जयपुर जिला सर्किल के अधीक्षण अभियंता ने तीन डिविजन में लगाए 7 करोड़ के ट्यूबवेल टेंडर में कुछ फर्मों की योग्यता पर आपत्ति की थी। हालांकि विभाग के एडिशनल चीफ इंजीनियर देवराज सोलंकी ने इस आपत्ति को दरकिनार कर प्रक्रिया को जारी रखा। कुछ कॉन्ट्रेक्टरों ने योग्यता पूरी नहीं करने वाली फर्म को लेकर एसीई सोलंकी को भी शिकायत की थी। वहीं एडिशनल चीफ इंजीनियर देवराज सोलंकी को चीफ इंजीनियर पैनल में शामिल करने को लेकर भी बेनीवाल ने अन्य इंजीनियरों के साथ मुख्य सचिव को वस्तुस्थिति से अवगत करवाया था। इसके बाद विवाद बढ़ गया था। सरकारी टैंकर से पेयजल सप्लाई में ठेकेदारों को फायदा देने के आरोप में विवादित एईएन सुनील पाराशर को झोटवाड़ा से हटा दिया, लेकिन उन्हें प्राइम पोस्टिंग देते हुए ब्रह्मपुरी ट्रीटमेंट प्लांट की जिम्मेदारी दी है। जबकि मुरलीपुरा सबडिवीजन में बनी टंकी व पाइपलाइन की गुणवत्ता को लेकर एक साल पहले विवादों में आए एईएन महेंद्र वर्मा को विश्वकर्मा सबडिवीजन से हटा कर मेड़तासिटी भेजा गया है। सांगानेर सबडिवीजन में रूपचंद जांगिड़ को लगाया है। ट्रांसपोर्ट नगर सबडिवीजन के एईएन भंवर सिंह किशनावत को प्रोजेक्ट डिविजन-द्वितीय (नाॅर्थ) में लगाया है तथा उनकी जगह यहां लगे केके अग्रवाल को पोस्टिंग दी है। चित्रकूट (वैशाली नगर) सबडिवीजन से एईएन देवेंद्र शर्मा को हटा कर दौलतराम वर्मा को लगाया है। मोहिंदर सिंह को दुर्गापुरा सबडिवीजन में लगाया है तथा यहां लगे आरके गुप्ता को शास्त्रीनगर तबादला किया है। एईएन हनुमान प्रसाद मीना को मिस्त्रीखाना सबडिवीजन में लगाया है तथा यहां लगे महेश गुप्ता को मीना की जगह जिला ग्रामीण खंड प्रथम में लगाया है। एईएन अतुल शर्मा को बंधगेट सबडिवीजन में लगाया है। अतुल शर्मा को तीन साल पहले दूषित पानी प्रकरण में महेश नगर से हटाया था। ऋषभकुमार जैन को गांधीनगर में लगाया है। वहीं यहां लगे एईएन हनुमान प्रजापत को मालवीयनगर की जिम्मेदारी दी है। जैन पहले भी शहर में रह चुके है।

इन अधीक्षण अभियंताओं का भी हुआ तबादला

विभाग में अधीक्षण अभियंता जगदीश शर्मा को ड्रिलिंग सर्किल जोधपुर, कमल किशोर व्यास को प्रोजेक्ट पाली, नक्षत्र सिंह चारण को उदयपुर, सीताराम मीना को सवाई माधोपुर, रामनिवास मीना को करौली, विजेंद्र सिंह राठौड़ को सवाई माधोपुर प्रोजेक्ट, महेश बंशीवाल को झुझुंनू, हेमंत कुमार को भरतपुर, मुकेश गोयल को प्रोजेक्ट चुरु व जगदीश जोरवाल को बारां लगाया है।

नार्थ चतुर्थ के तीन एईएन पद खाली

शहर के नाॅर्थ-चतुर्थ डिविजन में तीन सबडिवीजन विद्याधरनगर, विश्वकर्मा व झोटवाड़ा है। सरकार ने विद्याधरनगर में पहले ही एईएन हटा दिया था। अब यहां से विश्वकर्मा से एईएन महेंद्र वर्मा व झोटवाड़ा से एईएन सुनील पाराशर को भी हटा दिया। अब इस डिविजन में कोई भी एईएन नहीं है। ऐसे में नए कनेक्शन, बिल सही करने, पेयजल सप्लाई की माॅनिटरिंग, टैंकर से पानी सप्लाई सहित अन्य कामकाज बुरी तरह से प्रभावित होंगे।

इन सब के बीच कोटा एसई की पोस्ट पर अभी कोई नाम नहीं फाइनल हो पाया है जबकि कोटा एडिशनल चीफ श्री धाकड़ का पदोन्नती आदेश सीएम के यहां से आने वाली फाइल की वजह से विलंब में है हालांकि जल्द ही उनके नए आदेश सोमवार तक आ सकतें हैं।

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