टीआई नीता देरवाल की अनूठी पहल, वाट्सअप ग्रुप बना रहवासियों को जोड़ा, ग्रुप में मिली शिकायतों पर कार्यवाही
इंदौर। गांधी नगर थाने की महिला टीआई ने एक सप्ताह में क्षेत्र की दस कॉलोनियों में करीब 1200 रहवासियों के बीच पहुंचकर जनसंवाद किया। वाट्सएप ग्रुप का एडमिन बनकर 600 लोगों को ग्रुप में जोड़ा। महिलाएं, छात्राएं और सीनियर सिटीजन की शिकायत पर नशेड़ियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की। कॉलोनियों में सुरक्षा समिति का गठन कराया और रात में पुलिस के साथ मिलकर सुरक्षा के लिहाज के गश्त करने की पहल की। ग्रुप बनने के बाद पुलिस को छोटी-छोटी जानकारी मिलने लगी हैं। रहवासी समस्या होने पर सीधे महिला अधिकारी से संपर्क करने लगे हैं।
टीआई नीता देअरवाल ने बताया कि टीम के साथ मिलकर समर्थ सिटी, एलएन सिटी, संपत कॉलोनी, पंचायत क्षेत्र, गांधी नगर, बोहरा कॉलोनी, नैनोद, लिम्बोदा गारी गांव और राजकमल रेसीडेंसी में रहवासियों के साथ जनसंवाद किया है। इस संवाद के पहले क्षेत्र में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के चालकों से भी संवाद किया गया था। महिलाओं के साथ हो रही छेड़छाड़ की शिकायतों के चलते वाहन चालकों को नसीहत दी गई थी। शिकायत मिलने पर वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की हिदायत के बाद शिकायतें कम हो गई हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि रहवासियों से पता चला कि कॉलोनियों में रात को नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। डर से कोई इनकी शिकायत नहीं करता है। महिलाएं व छात्राओं ने फब्तियां कसने की शिकायतें भी कीं। ज्यादातर शिकायतें बोहरा कॉलोनी, पंचायत क्षेत्र, गांधी नगर की थी। लिम्बोदा गारी के रहवासियों की शिकायत थी कि मंदिर के पास लोग बैठकर नशा करते हैं। पुलिस ने रहवासियों के बताए स्थानों को चिन्हित किया। पुलिस की टीम इन स्थानों पर लगातार नजर रखने लगी। बिना कारण खड़े रहने वालों को समझाईश दी गई। नशा करके चौराहों पर खड़े रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसी तरह कॉलोनियों में सुरक्षा समिति गठित करवाई गई। सदस्य समन्यवय स्थापित करके पुलिस के साथ रात को गश्त करने लगे हैं। इससे इलाकों में चोरी की घटनाओं में कमी आई है। वाट्सएप ग्रुप में सीनियर सिटीजन के साथ महिला और पुरुषों को जोड़ा गया है। वे अब छोटी-छोटी जानकारी ग्रुप पर शेयर करने लगे हैं। ग्रुप में बीट के जवानों को भी जोड़ा गया है। इससे समय पर बीट वालों को शिकायत या घटनाओं की जानकारी समय पर मिल जाती है। रहवासियों से साथ संवाद करने से क्राइम स्पॉट का भी पता चल पाया है। पुलिस अब इन स्थानों पर लगातार गश्त करती है।