तीन हज़ार खाने के पैकेट रोज़ , किचन सनिटाइज़, डॉक्टरों द्वारा निरक्षित – अजी ये किसी फ़ूड चेन की बात नहीं हो रही, इंदौर पुलिस ज़रूरतमंदो को होम डिलीवर कर रही है खाना
यदि आपको सच में खाना नहीं मिला है तो कॉल कीजिए 7049124444
एएसपी मनीषा पाठक सोनी , इंदौर
इंदौर हमारी हेडलाइन जैसी टैग लाइन तो बहुत देखि होगी आपने लेकिन क्या कभी सपने में भी सोचा है की शहर की पुलिस भी कभी फाइव स्टार होटल जैसे सफाई रखते हुए खाना देगी ?
इंदौर में आग की तरह बढ़ते कोरोना के मरीज़ों को देखते हुए इंदौर पुलिस कण्ट्रोल रूम में रोज़ सैंकड़ो फोन बज रहें हैं , सुबह पांच बजे से रात 12 बजे तक , सख्त कर्फ्यू की वजह से हॉस्टल में रहने वाले छात्र , अकेले नौकरी करने वाले युवा, घर पैदल जाने वाले राहगीर और न जाने कौन कौन ऐसे मुश्किल समय में एक निवाले की लिए तरस गया है।
इंदौर पीएचक्यू में अडिशनल एसपी मनीषा पाठक सोनी बताती हैं कि
कई बार रात 12 बजे तक फोन आते हैं , लोग भूके होतें हैं लेकिन रात भी बहुत हो चुकी होती है, मगर आप ही बताइए नींद कैसे आ जाए जब लगे की कोई भूखा है ?
तकरीबन 20 घंटे एएसपी मनीषा पाठक सोनी का फोन बजता रहता है जहाँ मजबूर लोग उन्हें अन्नपूर्णा समझ के कॉल करतें हैं और वो भी नींद से उठ कर ये निश्चित करतीं हैं की कोई भूका न सोए।
ऐसी विषम परिस्तिथियों के बारे में बात करते हुए एएसपी मनीषा पाठक सोनी ने बतया की रोज़ कम से कम तीन हज़ार पैकेट खाने के भिजवा देने से पहले चैन ही नहीं आता, और रसोई भी पूरी तरह सनिटाइज़ और डॉक्टरों द्वारा निरीक्षित की जैसे कोई पांच सितारा होटल की रसोई हो।
ईश्वर भी क्या अजब खेल खेलता है , जिस पुलिस से लोग घबराते थे आज उसे ही अपने पालनहार की तरह मुश्किल समय में सबसे पहले याद कर रहे हैं।