निगम की लापरवाही से सरवटे बस स्टैंड के पास 100 साल पुराने मकान का हिस्सा डह गया
रत्नेश बागड़ी बीजेपी क्षेत्रीय पार्षद
इंदौर में एक बार फिर नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं जहां सरवटे बस स्टेशन पर हुए एमएस होटल हादसे के बाद नगर निगम दावे कर रहा था कि जर्जर मकानों पर कार्रवाई की जाएगी इसके बावजूद बारिश कि हल्का बूंदाबांदी होने के चलते शहर के पंढरीनाथा क्षेत्र स्थित एक 100 साल पुराना जर्जर मकान का एक हिस्सा गिरकर धरा शाही हो गया गनीमत रही कि उस वक्त मकान में कोई मौजूद नहीं था जिससे कोई जनहानि नहीं हुई मौके पर पहुंचे स्थानीय पार्षद काफी घंटों तक नगर निगम को मकान के एक हिस्से गिरने की जानकारी देते रहे लेकिन इसके बावजूद नगर निगम के कोई भी अधिकारी ने इसकी सुध तक नहीं ली हर बार कागजी कार्रवाइयों में ही दिखने वाला जर्जर मकानों की कार्यवाही की पोल खुल कर सामने धरी रह गई अब देखना है कि आला अधिकारी इस घटना के क्या कुछ बड़े कदम उठाते हैं शहर में अभी भी ऐसे कई इलाके हैं जहां जर्जर मकानों के चलते कोई बड़ा हादसा होने की संभावना है लेकिन घटना के बाद ही अधिकारियों की नींद खुलती है।