फर्ज़ी फेसबुक आईडी बना महिला निगमकर्मी को बदनाम करने वाला क्राइम ब्रांच के व्ही केअर फ़ॉर यु ने दबोचा
इंदौर शहर में बढ़ रहे महिला संबंधी अपराधों तथा छेड़खानी से संबंधित शिकायतों पर आवश्यक कार्यवाही कर आरोपियों की धरपकड़ करने तथा ऐसे कृत्यों में लिप्त अपराधियों पर विधिसंगत कार्यवाही कर महिला संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाये जाने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र इंदौर (शहर) द्वारा , इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) श्री अवधेश कुमार गोस्वामी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम) श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा महिला संबंधी अपराधों तथा छेड़खानी से संबंधित शिकायतों में योजनाबद्ध तरीके से आवश्यक कार्यवाही कर आरोपियों की पतासाजी करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे।
फरियादी महिला द्वारा लिखित शिकायती आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था जिसमें फरियादिया ने आरोप लेख किया था कि अज्ञात व्यक्ति विगत 6 माह से उसे अश्लील मैसेज तथा अभद्र टिप्पणी कर परेशान कर रहा है। फरियादिया ने आरोप पत्र में उल्लेख किया था कि अज्ञात अनावेदक द्वारा उसके फोटो का उपयोग कर सोशल मीडिया फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाई गई है, जिसके माध्यम से अज्ञात व्यक्ति आवेदिका तथा उसके परिचितों को अश्लील मैसेज कर परेशान कर रहा है। आवेदिका ने आरोप पत्र में यह भी उल्लेख किया कि इस प्रकार की अभद्र टिप्पणियों से उसकी समाज में प्रतिष्ठा धूमिल हुई है, जिसके चलते वह मानसिक रूप से अत्यंत परेशान हो चुकी है तथा उसके मन में आत्महत्या करने के विषय में लगातार नकारात्मक विचार आ रहे है।
उपरोक्त प्राप्त शिकायत आवेदन पत्र को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए व्ही केयर फॉर की टीम द्वारा प्रारंभिक जांच के दौरान यह ज्ञात किया गया कि जिस मोबाइल नंबर से आवेदिका को अश्लील मेैसेज किये जा रहे है वह धारक प्रेमलता पति कैलाश उम्र 70 निवासी परदेशीपुरा इंदौर के नाम पर पंजीकृत है। टीम द्वारा जांच के दौरान उक्त मोबाइल धारक को तलब कर पुछताछ की गई तो विदित हुआ कि धारक की सिम पूर्व में गुम हो गई थी जिसको तत्समय धारक द्वारा बंद नही कराया गया था ।
किंतु विस्तृत जांच के दौरान उपरोक्त मोबाइल नंबर के उपयोगकर्ता के बारे में जानकारी एकत्रित करने पर ज्ञात हुआ कि नीतेश पिता लक्ष्मीचन्द्र विजयवर्गीय उम्र 31 साल निवासी मकान नंबर 13 कांलिदी गोल्ड अरविन्दों के सामने कौरलबाग इंदौर वर्तमान में वह मोबाइल नंबर उपयोग कर रहा है जिसके द्वारा आवेदिका को अश्लील मैसेज भेजे जा रहे थे। बाद कार्यवाही करते हुये अनावेदक नीतेश पिता लक्ष्मीचंद्र को पतारसी उपरांत व्ही केयर फॉर यू की टीम ने धर दबोचा गया जिसने पूछताछ में बताया कि वह नगर निगम इंदौर में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करता था जहां पर आवेदिका भी नौकरी करती थी। अनावेदक आवेदिका से शादी करना चाहता था।
जिसके लिये उसने पूर्व में कई बार आवेदिका पर दबाव बनाया था किंतु आवेदिका द्वारा मना करने पर वह आवेदिका से बदला लेने की नियत से उसे अश्लील मैसेज कर परेशान कर रहा था। अनावेदक ने बताया कि कुछ दिनो पूर्व रास्ते में काम के दौरान उसे एक सिम कार्ड मिला था जोकि मोबाईल में डालने पर एक्टिवेटेड पाया गया था इसीलिये स्वयं की पहचान छुपाते हुए अनावेदक ने आवेदिका को रास्ते मे मिले हुए सिम कार्ड का उपयोग कर अश्लील तथा अभद्र मैसेज किये थे।
अनावेदक नीतेश विजयवर्गीय मूलरूप से ब्यावरा का रहने वाला है जो कि गत 10 वर्षो से इंदौर में निवास कर रहा था। नगर निगम में काम छोडने के उपरांत वह वर्तमान में मोबाइल शॉप पर काम कर रहा था। आरोपी कक्षा 12वी तक पढा है। व्ही केयर फॉर यू की टीम द्वारा उपरोक्त घटनाक्रम के परिपेक्ष्य में अनावेदक नीतेश विजयवर्गीय को पकडकर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही हेतु थाना परदेशीपुरा पुलिस के सुपुर्द किया गया है।