महाराज का शिवराज के घर पहुंचना और शिवराज का महाराज को बाहर तक छोड़ने आना कांग्रेस की स्वच्छ राजनीति का प्रतिक
महाराज ज्योतिरादित्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के परिवार पर चुनाव पूर्व बीजेपी के नेताओ के साथ शिवराज ने भी कई आरोप लगाए थे। चुनाव में नारा भी खूब चलाया माफ़ करो महाराज हमारा नेता तो शिवराज लेकिन इन आरोपों से कभी भी सिंधिया परिवार विचलित नहीं हुआ। न ही कोई जवाब दिया है लेकिन प्रदेश की जनता ने अवश्य बीजेपी को सत्ता से बड़खल कर शिवराज सरकार को जवाब दे दिय्या। चुनावी बातो को भूल सिंधियाजी का शिवराज के घर पहुंचना राजनितिक पंडितो के मन में कई सवाल खड़े कर रहा हे। लेकिन अंदर क्या बाते हुई ये शिवराज और सिंधिया जी ही जानते हे दोनों ने ही मुलाकात को सामान्य मुलाकात बताया और कहा की कोई गीले शिकवे नहीं। लेकिन इस मुलाकात ने सिंधिया जी की महाराज की पदवी को चरितार्थ कर दिया महाराज वाकई दिल से भी महाराज हे। मुलाकात ने ये बात सिद्ध कर दी की सिंधिया बीजेपी और बीजेपी के नेताओ से बहुत बड़ा कद रखते हे। सिंधिया को भले ही प्रदेश में मुख्य मंत्री नहीं बनाया गया हो लेकिन कांग्रेस को उनकी काबिलियत पता हे सम्भब्व हे आगामी लोकसभा चुनाव में सिंधिया राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते दिखे और राहुल प्रधान मंत्री के उम्मीदवार हो। अशोक रघुवंशी इंदौर भारतीय न्यूज़