मामा के राज में भांजियों का अपमान: अपने जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने आई सैंकड़ों बहनों को कोविड गाइडलेन का हवाला देकर रक्षाबंधन से रोका तो फूट पड़ा गुस्सा, चक्काजाम, बहने बोली की सिर्फ हिंदू त्योहारों पर याद आतीं हैं कॉविड गाइडलाइन ?
इंदौर के सेंटर जेल के बाहर हुआ हंगामा बहनों ने भाइयों को राखी बांधने के लिए लगाई कतार नहीं दिया गया जेल में प्रवेश , महिलाओं ने किया जेल के बाहर चक्काजाम..बड़ी संख्या में पहुची थी महिलाएं जेल में कैदी भाइयो को राखी बांधने।भाई-बहन के पवित्र पर्व रक्षाबंधन पर जेलो में बंद अपने भाइयों की कलाई पर इस साल बहनों ने उम्मीद लगाई थी कि वह राखी बांध पाएंगी लेकिन बहनों को भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधने से इस साल भी महरूम रहना पड़ा ।
कोरोना गाइडलाइन के चलते भोपाल से आए आदेश के कारण बहनों को भाइयों से मिलने नहीं दिया गया जिसके बाद बहनों ने सड़क पर जाम लगा दिया.
सड़क पर जाम लगा दी और हंगामा करती यह वह बहने हैं जो अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधने इंदौर की सेंट्रल जेल पहुंची थी लेकिन इन बहनों को राखी बांधने के बजाय राखी लेने की प्रक्रिया जब शुरू हुई तो बहनों ने आक्रोश व्यक्त किया और सड़क पर जाम लगा दिया, इतना ही नहीं वहां पर जमकर हंगामा भी हुआ, इंदौर के एमजी रोड थाने के अंतर्गत आने वाले सेंट्रल जेल की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस दल वहां पहुंचा और उन्होंने महिलाओं को समझाने की कोशिश की लेकिन काफी देर तक महिलाएं हंगामा करती रही, हर किसी का यही कहना था कि हिंदुओं के त्योहार पर ही कोरोना गाइडलाइन क्यों आ जाती है, जेल के बाहर प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि आखिर भोपाल में बैठे शिवराज सिंह की सरकार क्या कर रही है?
इंदौर के एमजी रोड थाना प्रभारी का कहना है कि भोपाल से यही आदेश आए है कि राखी लेकर जेल में बंद कैदी भाईयो तक पहुंचा दी जाएगी.
बाइट – विशाखा , कैदी को राखी बंधनेआई बहन
बाइट – संतोष यादव , थाना प्रभारी