‘कौन कहता है सुराख आसमाँ में हो नहीं सकता। एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो’ : इंदौर की हैट्रिक
इंदौर को स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन आने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है ।।दरअसल यह तीसरा मौका है जब इंदौर ने ओवर ऑल परफॉर्मेंस में नंबर वन का खिताब हासिल किया है।। उसके पीछे स्थानीय निगम के साथ ही आम लोगों का भी एक अहम योगदान माना जा रहा है।।
आखिर क्या वजह रही कि इंदौर तीसरी बार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में 4000 छोटे-बड़े शहरों को पछाड़कर नंबर वन का खिताब हासिल कर पाया है।। इन सब मसलों को लेकर हमने बात की निगम उपायुक्त संतोष टैगोर से और उसे जानने की कोशिश की कि आखिर ऐसी क्या वजह थी जिसके कारण इंदौर तीसरी बार नंबर 1 रहा।।
संतोष टैगोर अपर आयुक्त नगर निगम
उधर इस मामले में दिन रात एक करने वाली स्वच्छता सर्वेक्षण से बात कर हमने उनका अनुभव भी जानने की कोशिश की ।। आखिर इंदौर को स्वच्छ रखने में उनकी कितने घंटों की मेहनत थी।। जिसको लेकर नगर निगम कर्मचारियों ने अपना पक्ष रखा ।।
निगम कर्मचारी अलग अलग
बहरहाल 7 स्टार की रेटिंग के लिए मेहनत कर रहा इंदौर का सपना एक बार फिर पूरा हुआ है।। क्योकि यहा रोजाना उठने वाले इन्दोरी ने स्वच्छता में हैट्रिक लगाने का मन बना लिया था।।