लोकसभा चुनाव 2019, देश की प्रतिष्ठित राजनीतिक पार्टियों के झूठे चुनावी वादों से दुखी जनता । नोटा बना विकल्प
लोकसभा चुनाव 2019, देश की प्रतिष्ठित राजनीतिक पार्टियों के झूठे चुनावी वादों से दुखी जनता । नोटा बना विकल्प , देश को सोने की चिड़िया बनाने,देश से भरस्टाचार मिटाने,काला धन जब्त कर देश की अर्थव्यवस्था में लगाने,भरस्टाचारीयो को जेल में डालने, अखण्ड भारत निर्माण करने,हिन्दू राष्ट्र बनाने,धारा 370 खत्म करने,श्री राम मंदिर बनाने,बेरोजगारी दूर करने जैसे कई वादों ओर सपनो के घोड़े पर बैठा देश की जनता को धोखा देकर बीजेपी देश की सत्ता पर काबिज हो गयी। फिर शुरू हुआ देश मे जातिवाद का जहर घोलने का काम। जो पार्टी चुनाव पूर्व हिन्दू राष्ट्र बनाने के नाम पर वोट मांग रही थी सत्ता मिलते ही उसने हिन्दुओ में फूट डालने के कार्य शुरू किए। काला धन जब्ती व भरस्टाचार रोकने के नाम पर नोट बंदी की गई लेकिन जनता आज तक समझ नही पाई कितना काला धन विदेशों से सरकार ने जब्त किया । जनता को ये बात भी समझ नही आई कि हजार पांचसौ के नोट बंद कर दो हजार का नोट निकालने से भ्रस्टाचार कैसे रुकेगा। चुनाव पूर्व किये किसी वादे को पूरा न कर पाई सरकार आज फिर वोट मांगने आपके घर tv विज्ञापनों,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पे अपने भाषणों के माध्यम से आ रही है। हा लेकिन इस बार वोट मांगने का तरीका थोड़ा भिन्न है इस बार आपसे कहा जा रहा है कि इस चुनाव में एक पार्टी देश भक्त है और विपक्षी देश विरोधी ओर आपको देश भक्त पार्टी को ही चुनना है। ओर हा ये जोआपमे अभी 2 माह में देश भक्ति जाग्रत हुई है तो उसका श्रेय भी सरकार को ही जाता है। इससे पहले कभी आप देश भक्त नही थे। अब इस माहौल में अगर आप ने सरकार से पिछले चुनावी घोषणा पत्र या देश की सुरक्षा पर एक भी सवाल कर दिया तो समझ लीजिए आपको देश द्रोही ,गद्दार,पाकिस्तानी बोल बेज्जत भी किया जा सकता है।,,, ऐसे ही हाल देश की सबसे पुरानी पार्टी का है तकरीबन 50 साल देश की सत्ता में रहने के बावजूद कश्मीर मुद्दा,श्री राम मंदिर,धारा 370 नही हटा पाए जिसका रट्टा मार मार के विपक्षी पार्टी बार बार सत्ता में आ जाती है। मदयप्रदेश में भी 15 साल बाद पार्टी को सत्ता का सुख प्राप्त हुआ है। चुनाव पूर्व इन्होंने भी जनता को बहुत ख्वाब दिखाए। पूर्व सरकार के मंत्रियो व मुख्यमंत्री को कई मामले में आरोपी बना प्रदेश की जनता के सामने पेश किया। जनता ने फिर विस्वास किया कि अब तो प्रदेश में राम राज्य आने वाला है भरस्टाचारी जेल जाएंगे। किसानों का कर्ज माफ होगा। मास्टरकर्मी नियमित होंगे। ठेकेदारी प्रथा खत्म होगी। सरकार बेरोजगारों को सरकारी नोकरी देगी। लेकिन चुनाव जीत सरकार बनाते ही पूर्व मुख्यमंत्री के घर पहुचने लगी सरकार। ओर बंद कमरों में जो कहानियां रची गयी उसके परिणाम विधानसभा के पहले सत्र में ही आ गए। चुनाव पूर्व तक घोटालेबाज पूर्व मुख्यमंत्री को सभी मामलों में क्लीन चिट मिल चुकी थी।3 माह में भी किसानों के लोन माफ नही हो सके। वर्षो से विभिन विभागों में परमानेंट होने की राह देख रहे कर्मचारी फिर ठगे जा चुके थे। तो सवाल उठना लाजमी है जनता किस पर विश्वास करे। ये किस तरह का लोकतंत्र है जितनी भी पार्टीया है वो सब स्वयं की गरीबी दूर करने में जी जान से लगी है। तो फिर जनता के पास विकल्प क्या है सिर्फ और सिर्फ ,नोटा, जिसका हर चुनाव में बढ़ता प्रतिशत राजनीतिक पार्टियों के लिए कड़ी चेतावनी है। अशोक रघुवंशी भारतीय न्यूज़।