लोग भूख से , किसान दाम से मर रहे और गेहूं के बोरे बारीश में सड रहे : लक्ष्मीबाई मंडी का हाल
ज्ञानेंद्र मिश्रा , सुरक्षा गार्ड , लक्ष्मी बाई मंडी ,इंदौर
इंदौर में मौसम में हुए परिवर्तन ने जहा बढ़ती गर्मी से जहा आम जनता को राहत मिली वही मौसम में हुए परिवर्तन के कारण कई विभागों की पोल भी खुल गई है। चाहे विधुत वितरण कम्पनी हो या फिर इंदौर की अनाज मंडी थोड़े से ही पानी मे इनकी मैदान मेहनत सामने आ गई ।
इंदौर में बढ़ती गर्मी से जहा आम जन जीवन काफी प्रभावित हो रहा है वही शाम होते ही थोड़ी से राहत मौसम ने इंदौर के बाशिन्दों को दी , और मामूली बुंदाबांदी के बाद तापमान में थोड़ी राहत गिरावट आई , लेकिन इंदौर के कुछ विभागों की पोल थोड़ी से ही बारिश में ही समाने आ गई , नाम मात्र की बारिश से इंदौर शहर के कई इलाकों में बत्ती गुल हो गई , और कई घण्टो तक नदारद रही जिसके कारण कई क्षेत्रों के रहवासियो को रात अंधेरे में काटनी पड़ी।
वही बारिश का सबसे ज्यादा असर इंदौर की अनाज मंडियों में हुआ , एकाएक हुई बारिश के कारण मंडियों में पड़ा हजारों टन माल खराब हो गया ,ऐसा ही एक नजारा सामने आया इंदौर की लक्ष्मी बाई अनाज मंडी में ,लक्ष्मी बाई अनाज मंडी में हजारों टन गेंहू के बोरे लावारिश हालत में खुले आसमान के नीचे पड़े हुए थे जिनकी देख रख करने वाले कर्मचारी भी नदारद थे वही थोड़ी सी हुई बारिश में मंडी में रखे कई विंटल गेंहू के बोर खराब हो गए ,वही रात में अनाज मंडी में तैनात गार्ड का कहना है कि मंडी में जो गेंहू रखा है उन्हें तीन शेड के नीचे रखा जाता है लेकिन आवाक ज्यादा होने के कारण टिन शेड में नही रखते हुए उसे बाहर ही पटक दिया लेकिन एकदम से हुआ बारिश में कई विंटल गेंहू खराब कर दिए।