विजय नगर में एसपी ने ली सुरक्षा समीक्षा मीटिंग, सभी आगंतुक हो सीसीटीवी कैमरे की नज़र में
इंदौर – होटल मॉल और मल्टीप्लेक्स की सुरक्षा की समीक्षा मीटिंग हुई। पुलिस अधीक्षक ने दिए होटल मार्गो का निर्देश सभी होटल मॉल मल्टीप्लेक्स करें सुरक्षा मानदंडों की पूर्ति सुरक्षा के इंतजाम हो संदिग्धों की तत्काल पहचान कर पुलिस को सूचना दी जाए सभी व्यक्तियों की पहचान लिया जाना सुनिश्चित करें , सभी आगंतुकों को सीसीटीवी के दायरे में लाना सुनिश्चित करें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमति रूचिवर्धन मिश्र के सुरक्षा निर्देश के परिपालन में कल पुलिस अधीक्षक श्री युसुफ कुरेशी पूर्वी क्षेत्र इंदौर के द्वारा होटल रेडिसन में सभी होटलों , Mall Multiplex के मालिकों व प्रबंधकों की मीटिंग आयोजित की गई ।
यह मीटिंग श्री लंका में हुए घटनाक्रम के पश्चात सुरक्षा मानदंडों के अनुरूप सभी सार्वजनिक पहले स्थानों पर सुरक्षा नियमों के पालन के बाबत जागृत किए जाने हेतु की जा रही है।
होटल में मॉल के संचालकों एवं मल्टीप्लेक्स के संचालकों को भी बुलाया गया जहां पर बहुत मात्रा में लोगों का आना जाना होता है और सामान भी बड़ी मात्रा में ले जाते हैं अतः सभी होटल मालिकों को अपने सभी सुरक्षाकर्मियों को हिदायतें निर्देश और उनके बारे में जागरूकता देना है इसके अलावा मैटल डिटेक्टर, बैग और सामान स्केनर का उपयोग तरीके से किए जाने हेतु के निर्देश दिए। इसके अलावा जिन जिन स्थानों पर सीसीटीवी से कवरेज नहीं है उन स्थानों को सीसीटीवी से कवर किया जाना शामिल है।
हालांकि व्यवसायिक प्रतिष्ठानों भवनों स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाते हैं परंतु उनका ओरियंटेशन या उनकी दिशा अंदर की तरफ होती जो ग्राहकों पर केंद्रित रहती है ऐसे में किसी सस्पेक्ट अपराधी पर निगाह रखने या उनके सर्विलेंस के लिए पर्याप्त नहीं होती है और कई बार अपराधी घटना करके निकल जाते हैं उसके बारे में नहीं आ पाते।
इसके अलावा मुख्य मार्ग से लगी सर्विस रोड और प्रतिष्ठान के बाहर आसपास के स्थानों को भी सीसीटीवी कैमरों से कवर किया जाना सभी प्रतिष्ठानों के लिए आवश्यक है खासतौर से पार्किंग इसमें की वाहन आते हैं और वाहनों में किसी प्रकार की संदिग्ध सामग्री लाई और ले जा सकती है इसीलिए पार्किंग बहुत ही संवेदनशील स्थान होता है जहां पर आने जाने वाले आगंतुक और वाहनों पर निगाह रखी जाना आवश्यक है।
अतः सुरक्षा में लगे कर्मचारी सुरक्षा कर्मचारियों का ओरिएंटेशन इस प्रकार होना चाहिए कि वह संदिग्ध व्यक्ति और वाहन की पहचान कर सकें और तत्काल पुलिस को सूचित कर सके।
वर्तमान में देखा यह गया है कि प्रतिष्ठानों के पार्किंग स्थलों पर कैमरे पर्याप्त मात्रा में नहीं होते हैं । पुलिस अधीक्षक द्वारा किस प्रकार डीएफएमडी एचएचएमडी और बैग स्कैनरों का इस्तेमाल किया जाना है इस संबंध में भी समझाया निर्देश दिए होटल मालिकों को यह भी बताएं कि यदि उन्हें किसी प्रकार पुलिस के प्रशिक्षण में सुझाव की आवश्यकता हो और कोई सहयोग आवश्यकता हो तो तत्काल संपर्क कर सहयोग प्राप्त कर सकते हैं।
जिससे कि वाहनों पर पूरी तरह निगरानी नहीं रखी जाती। इसके अलावा प्रतिष्ठानों के आसपास का एरिया सीसीटीवी से कवर नहीं होता है । पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना कनाडिया का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां पर जन सहयोग से 100 से अधिक स्थानीय व्यापारी प्रतिष्ठान के मालिकों द्वारा लगाए गए हैं इससे की मुख्य सड़क से जोड़ने वाली सभी सड़कों को सीसीटीवी कैमरा से संदिग्ध गतिविधियों पर निगाह रखी जा सकती ।
अमूमन होटलों में होता यह है कि अपनी ग्राहकी बढ़ाने के लिए किसी प्रकार के कस्टमर को मैनेजर एलाऊ कर देते हैं परंतु कोई नहीं जानता कि उन के भेष में अपराधी या आतंकवादी भी शामिल हो सकते हैं। इसकी बड़ी कीमत कईवार होटल और देश को चुकानी पड़ती है। सिर्फ कस्टमर के अधिक पैसे के लालच में ना आए और किसी भी तरह की सुरक्षा में कमियां कोताही न बरतें ।
अगर कोई आईडी संदिग्ध लगती है तो एक और आईडी प्राप्त प्राप्त कर लें इसको इंटरनेट के जरिए वेरीफिकेशन आसानी से हो जाता है ।
शैलेंद्र सिंह चौहान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जॉन दो इंदौर के द्वारा भी संबोधित किया गया ,मीटिंग में नगर पुलिस अधीक्षक श्री पंकज दीक्षित और सीएसपी खजराना एसकेएस तोमर और जोन के सभी थाना प्रभारी गण उपस्थित थे ।
कार्यक्रम के अंत में श्री अभिषेक के द्वारा रेडिसन होटल की तरफ से आभार व्यक्त किया गया और विश्वास दिलाया गया कि सभी होटल मालिक सुरक्षा संबंधी नियम आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक उपाय करेंगे।