हारे हुए को टिकट नहीं ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री का भी नाम कटने की खबर, शिवराज को कहा ‘लड़ना है तो छिंदवाड़ा या गुना से लड़ो’,इन दिग्गजों के नाम कटे और इनपर बनी सहमति
यदि केंद्र में भाजपा आयी तो मध्य प्रदेश में भी हो सकता है तख्ता पलट
नई दिल्ली। सूत्रों के हवाले से खबर आयी है की बुधवार अमित शाह व बीजेपी आलाकमान के साथ प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की बात के बाद उम्मीदवारों के नाम तक़रीबन तय किये जा चुके है :
इन दिग्गजों को नहीं मिलेगा टिकट :
नन्द कुमार सिंह च्वहाण , पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
वीरेंद्र खटीक , पूर्व केंद्रीय मंत्री
इनके नाम निश्चित :
जबलपुर – राकेश सिंह , ग्वालियर – नरेंद्र सिंह तोमर , इंदौर – सुमित्रा महाजन
इनके नामों पर सहमति लेकिन चर्चा जारी :
धार – छतर सिंह दरबार , खरगोन – सुभाष पटेल का टिकट काटकर गजेंद्र पटेल या सुमेर सिंह सोलंकी
इनके नाम भी खतरे में :
उदय प्रताप सिंह : होशंगाबाद
भागीरथ प्रसाद : भिंड
वंही बदनावर से पूर्व विधायक रहे भंवर सिंह शेखावत का नाम चयन समिति के समक्ष खंडवा के लिए रखा गया लेकिन उसपर सहमति नहीं बनी , 48 हज़ार वोटों से हार बनी लिस्ट से बहार होने का कारण।
वहीं सूत्रों के हवाले से कैलाश विजयवर्गीय को भी उम्मीदवार चयन प्रक्रिया से दूर रखे जाने की खबरें हैं , उन्होंने गोपाल कन्नौजे को टिकट दिलाने के लिए आलाकमान को मानाने की बहुत कोशिश करि लेकिन खबरों के अनुसार कोशिश विफल रही।
शिवराज चौहान ने भी अपनी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के लिए विदिशा से लॉबी बनाने की बहुत कोशिश करि जो विफल होने की खबर है।
शुक्रवार को दिल्ली में चयन समिति की बैठक में औपचारिक रूप से उम्मीदवारों की सूची पर ठप्पा लग जाएगा और सोमवार को सूची जारी हो सकती है।
वही पार्टी ने कार्यकर्ताओं की बात मानते हुए हारे हुए उम्मीदवारों को टिकट देने से साफ़ इंकार कर दिया है और अधिकतर सीटों पर नए चेहरे देखने को मिलेंगे।
चुनाव नज़दीक आते आते इस बात के कयास बढ़ गए हैं की यदि केंद्र में भाजपा की सरकार बनेगी तो प्रदेश में तख्ता पलट होने की भारी सम्भावना है , सूत्रों के मुताबिक भाजपा के बागी प्रत्याशी अब पार्टी में वापस आने की बातें कर रहें ही वहीँ कांग्रेस इस खेल में बहुत ढीली नज़र आ रही है।